अफसरों के हाथ में होगी कमान।

इंदौर नगर निगम ।


 इंदौर की महापौर मालिनी गौड़ और शहर के निर्वाचित 85 पार्षदों का कार्यकाल आज यह ने 19 फरवरी को खत्म हो रहा है और अब निगम की कमान संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी संभालेंगे एक तरह चमके सकते हैं की अफसर राज  शुरू हो जाएगा चलिए हम आपको बताते हैं इंदौर में 1956 से आज तक कितने महापौर हुए हैं इनकी शुरुआत रही ईश्वर चंद जैन से इनका कार्यकाल 7 नवंबर 1956 से प्रारंभ हुआ और 29 अक्टूबर 1957 तक चला इसके बाद पुरुषोत्तम विजय ,प्रभाकरण अड़सुले बालकृष्ण गोहर और सरदार शेर सिंह इंदौर के महापौर बने 24 मार्च 1961 को बीबी पुरोहित ने कार्यभार संभाला और वह 31 मार्च 1962 तक महापौर रहे आगे बढ़ो आपको याद दिलाना चाहूंगा उस समय शहर में महापौर के कार्यकाल 1 वर्ष का होता था शहर के महापौर  आरएन जुत्शी थे और इसके बाद श्री नारायण शुक्ला भंवर सिंह भंडारी लक्ष्मण सिंह चौहान लक्ष्मी शंकर शुक्ला चांदमल गुप्ता का कार्यकाल आया 22 अप्रैल 1969से 9 जुलाई 1970 तक का कार्यकाल सुरेश सेठ का सुरेश सेठ  विधायक भी रहे इसके बाद  राजेन्द्र धारकर लालचंद मित्तल नारायणराव धर्म श्रीवल्लभ शर्मा मधुकर वर्मा का कार्यकाल आया और इसके बाद 5 जनवरी 2000 से 4 जनवरी 2005 तक इंदौर के महापौर रहे श्री कैलाश विजयवर्गी जो विधायक भी रहे और महापौर की कुर्सी भी संभालते रहे इसके बाद डॉ उमा श्री शर्मा और कृष्ण मुरारी मोघे का कार्यकाल आया और दोस्तों 17 फरवरी 2015 को एक बार फिर नए महापौर ली जो थी मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़ जिनका के कार्यकाल आज समाप्त हो रहा है और कुल जमा इंदौर में 1956 से लेकर आज तक 23 महापौर रहे और बीच की अवधि में 47 बार प्रशासक का कार्यकाल रहा दोस्तों जैसा कि आप जानते हैं विगत 3 वर्षों से हमारा शहर देश के स्वच्छ शहरों में लगातार सिरमौर रहा है और चौथी बार भी हम इस ओर गतिमान हैं हम उम्मीद करेंगे चाए नगर निगम में प्रशासक की नियुक्ति हो गई हो पर निगम के अधिकारी और शहर की आम जनता चौथी बार के मिशन को कामयाब बना कर ही छोड़ेंगे